सेक्टर-3 में 30 करोड़ का टैक्स घोटाला उजागर, फर्जी कंपनी के जरिए आईटीसी क्लेम
नोएडा। सेक्टर-3 में एक बड़े टैक्स घोटाले का खुलासा हुआ है। जांच में सामने आया कि हनुमंत टेक्नो सोलर प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी केवल कागजों पर ही अस्तित्व में थी, जबकि उसने फर्जी बिलों के जरिए करोड़ों रुपये का कारोबार दिखाया और भारी-भरकम टैक्स रिफंड का दावा किया।
घोटाले का खुलासा – फर्जी कारोबार और 6.42 करोड़ का आईटीसी क्लेम
राज्य कर विभाग की स्पेशल इंवेस्टिगेशन ब्रांच ने जांच में पाया कि कंपनी ने कागजों पर 30 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार दर्शाया। इसके आधार पर 6.42 करोड़ रुपये का इनपुट टैक्स क्रेडिट क्लेम किया गया।
जांच में खुली पोल – न दफ्तर मिला, न कर्मचारी
स्पेशल इंवेस्टिगेशन ब्रांच टीम जब कंपनी के पंजीकृत पते पर पहुंची तो वहां न तो कोई दफ्तर था और न ही कोई व्यावसायिक गतिविधि का सबूत। नोटिस भेजने के बावजूद कंपनी ने कोई जवाब नहीं दिया।
डायरेक्टर का बयान – दस्तावेज का दुरुपयोग
जांच में कंपनी का डायरेक्टर मध्यप्रदेश निवासी वाहिद हुसैन निकला। उसने दावा किया कि उसने नौकरी के लिए राधे नामक व्यक्ति को अपने दस्तावेज दिए थे। बाद में दोनों के बीच संपर्क टूट गया। वाहिद ने कहा कि उसे इस फर्जीवाड़े की कोई जानकारी नहीं है।
संगठित गिरोह पर शक
जांच एजेंसियों को शक है कि इस घोटाले के पीछे संगठित गिरोह काम कर रहा है, जो भोले-भाले लोगों के दस्तावेजों का दुरुपयोग कर फर्जी कंपनियां बनाता है और टैक्स चोरी करता है। स्टेट जीएसटी के असिस्टेंट कमिश्नर महेंद्र कुमार की शिकायत पर फेज-1 थाने में वाहिद हुसैन, इरसाद अली और राधे के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि कंपनी को कैसे रजिस्टर्ड कराया गया और इसमें किन अधिकारियों या दलालों की मिलीभगत हो सकती है।