घटनास्थल पर मौजूद पुलिसकर्मी | पाठकराज
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नई दिल्ली। उत्तर-पूर्वी दिल्ली के सुंदर नगरी इलाके में उस समय मातम पसर गया जब एक गोदाम में हुए सीएनजी सिलेंडर विस्फोट में झुलसे दो मासूम बच्चों की इलाज के दौरान मौत हो गई। हादसे में घायल तीसरा भाई जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा है। हादसा शाम करीब 4:10 बजे हुआ, जब तीनों बच्चे गली में खेल रहे थे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह धमाका इतना ज़ोरदार था कि आसपास के लोगों को बम विस्फोट होने का भ्रम हुआ। घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने झुलसे बच्चों और एक अन्य घायल व्यक्ति को नजदीकी जीटीबी अस्पताल पहुंचाया, जहां इलाज के दौरान साकिब और अब्बास ने दम तोड़ दिया। दोनों की उम्र क्रमशः 7 और 9 साल बताई जा रही है।
तीनों बच्चे सगे भाई हैं और उनके पिता मजदूरी करते हैं। परिवार हाल ही में बच्चों की पढ़ाई के लिए अनूपशहर से दिल्ली आया था। मां शबाना, जो हादसे के समय घर में ही थीं, अपने बच्चों की हालत देखकर बेसुध हो गईं। वह लगातार यही कहती रहीं, "ईद के लिए कपड़े लेने जाना था… ये क्या हो गया मेरे बच्चों के साथ?"
शबाना ने बताया कि उनके बच्चे ओ-ब्लॉक स्थित निगम स्कूल में पढ़ते थे और रोज़ की तरह गली में खेल रहे थे। तभी धमाके की आवाज सुनकर वह बाहर भागीं तो देखा कि उनके तीनों बच्चे लहूलुहान हालत में सड़क पर पड़े थे, और उनके कपड़े तक जल चुके थे। हादसे के बाद दमकल विभाग और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने गोदाम सील कर दिया है और जांच जारी है कि गोदाम में सीएनजी सिलेंडर कैसे रखा गया और सुरक्षा मानकों का उल्लंघन हुआ या नहीं।
स्थानीय लोगों में गहरा आक्रोश है। उनका कहना है कि रिहायशी इलाकों में अवैध गोदामों की भरमार है, जिन पर समय रहते कोई कार्रवाई नहीं होती।डीसीपी नॉर्थ ईस्ट ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। शुरुआती जांच में गोदाम में सुरक्षा मानकों की भारी अनदेखी सामने आई है। पुलिस ने गोदाम मालिक की तलाश शुरू कर दी है।