Friday, May 30, 2025 11:01:20 AM

कोरोना के मामले नोएडा में बढ़े
नोएडा में कोरोना के 4 नए मामले, सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 19 हुई

नोएडा में हाल ही में कोरोना के 4 नए मामले सामने आए, जिससे कुल सक्रिय मामले 19 हो गए हैं। सभी मरीज होम आइसोलेशन में हैं।

नोएडा में कोरोना के 4 नए मामले सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 19 हुई
नोएडा में कोरोना के 4 नए मामले, सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 19 हुई | पाठकराज
पाठकराज

नोएडा। जिले में कोरोना संक्रमण एक बार फिर धीरे-धीरे पांव पसार रहा है। बुधवार को संक्रमण के 4 नए मामले सामने आए, जिससे नोएडा में कुल सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 19 हो गई है। इन सभी मरीजों का उपचार होम आइसोलेशन में किया जा रहा है और उनकी नियमित निगरानी की जा रही है।

नोएडा स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, 19 सक्रिय मामलों में 11 महिलाएं और 8 पुरुष शामिल हैं। सभी मरीजों में माइल्ड लक्षण, जैसे सामान्य सर्दी-खांसी पाए गए हैं। नए संक्रमितों की उम्र 24 से 71 वर्ष के बीच बताई जा रही है।

 

लगातार बढ़ रहे मामले

इससे पहले:

  • मंगलवार को 5 मरीज,
  • सोमवार को 9 मरीज,
  • और शनिवार को 1 महिला में संक्रमण की पुष्टि हुई थी।
  • इस प्रकार बीते कुछ दिनों में कोरोना मामलों में लगातार वृद्धि देखी जा रही है।

 

संपर्क में आए लोगों में लक्षण नहीं

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, अभी तक संक्रमितों के संपर्क में आए किसी व्यक्ति में लक्षण नहीं मिले हैं, इसलिए उनकी जांच की आवश्यकता नहीं समझी गई है। लक्षण सामने आने की स्थिति में ही कोविड जांच की जाएगी। सभी मामलों की पुष्टि निजी अस्पतालों और लैबों द्वारा की गई है, और ट्रैवल हिस्ट्री की जांच भी जारी है।

अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. टीकम सिंह ने बताया कि सभी मरीजों की स्थिति सामान्य है और डरने की कोई बात नहीं है। उन्होंने कहा, “सभी मरीज होम आइसोलेशन में हैं और स्वास्थ्य विभाग की टीम नियमित संपर्क में है।" उन्होंने अस्पतालों को निर्देश दिए हैं कि:

  • कोविड मरीजों के लिए अलग वार्ड तैयार रखें
  • ऑक्सीजन और जरूरी दवाओं का स्टॉक उपलब्ध रहे
  • और कोविड गाइडलाइन के प्रति लोगों को जागरूक किया जाए

 

जनता से सतर्कता बरतने की अपील

कोरोना के मामलों में हो रही बढ़ोतरी को देखते हुए भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचने, मास्क पहनने, और हैंड सैनेटाइज़र के इस्तेमाल की सलाह दी गई है।


बठिंडा में पटाखा फैक्ट्री विस्फोट
पंजाब की पटाखा फैक्ट्री में भीषण विस्फोट, 4 की मौत, 27 घायल – मलबे में तब्दील हुई दो मंजिला इमारत

पंजाब के बठिंडा में एक पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट से चार लोगों की मौत हो गई और 27 श्रमिक घायल हुए। फैक्ट्री में करीब 40 कर्मचारी काम करते थे।

Pathak Raj

पंजाब की पटाखा फैक्ट्री में भीषण विस्फोट 4 की मौत 27 घायल – मलबे में तब्दील हुई दो मंजिला इमारत
धमाके के बाद राहत कार्य में जुटे लोग
पाठकराज

बठिंडा। पंजाब के लंबी हलके के समीप स्थित गांव सिंघेवाला-फुतूहीवाला में गुरुवार देर रात एक पटाखा फैक्ट्री में हुए भीषण विस्फोट में अब तक चार लोगों की मौत और करीब 27 श्रमिकों के घायल होने की पुष्टि हुई है। हादसा रात करीब 12:50 बजे फैक्ट्री की पटाखा निर्माण यूनिट में हुआ, जिससे पूरी इमारत कुछ ही पलों में मलबे में तब्दील हो गई। घायलों को बठिंडा एम्स में भर्ती कराया गया है, जिनमें कई की हालत गंभीर बताई जा रही है।

 

रात के सन्नाटे में गूंजा धमाका, कई किलोमीटर दूर तक सुनाई दी आवाज

प्रत्यक्षदर्शियों और फैक्ट्री में कार्यरत श्रमिकों के अनुसार, विस्फोट इतना भयंकर था कि इसकी आवाज कई किलोमीटर दूर तक सुनाई दी। इमारत की दो मंजिलें ताश के पत्तों की तरह ढह गईं। फैक्ट्री के भीतर भारी मात्रा में तैयार पटाखे रखे हुए थे, जो धमाके के बाद आग की चपेट में आ गए। फैक्ट्री में पटाखे बनाने का काम उत्तर प्रदेश के हाथरस निवासी ठेकेदार राज कुमार के अधीन होता था, जो घटना के बाद से फरार बताया जा रहा है। घटनास्थल पर कॉर्सेर कंपनी के पटाखों से भरे बक्से और एक हरियाणा नंबर का छोटा हाथी वाहन भी मिला है, जिसमें खाली बक्से लदे थे। फैक्ट्री में दो शिफ्टों में करीब 40 कर्मचारी काम करते थे, जिनमें से अधिकतर उत्तर प्रदेश और बिहार से आए प्रवासी श्रमिक थे। कई कर्मचारी अपने परिवारों के साथ वहीं रह रहे थे। हादसे के वक्त ज़्यादातर लोग फैक्ट्री परिसर में मौजूद थे। एक कारीगर ने बताया कि वह फैक्ट्री के बाहर खुले में सो रहे थे। “अचानक जोरदार धमाका हुआ और देखते ही देखते पूरी बिल्डिंग मलबे में बदल गई। 

 

प्रशासन और राहत दल मौके पर

सूचना मिलते ही एसएसपी डॉ. अखिल चौधरी, एसपी (डी) मनमीत सिंह, डीएसपी जसपाल सिंह और थाना किल्लियांवाली की प्रभारी कर्मजीत कौर मौके पर पहुंचे। राहत कार्य में डेरा सच्चा सौदा, सिरसा की ग्रीन एस फोर्स भी सक्रिय रूप से जुटी हुई है। हाइड्रो मशीनों की मदद से मलबा हटाने का कार्य जारी है। डीएसपी जसपाल सिंह के अनुसार, फैक्ट्री तरसेम सिंह नामक व्यक्ति की है और यह सरकारी रूप से मंज़ूरशुदा थी। मलबे से अब तक तीन शव निकाले जा चुके हैं, जबकि कुल चार मौतों की पुष्टि हुई है। एसएसपी डॉ. अखिल चौधरी ने बताया कि हादसे की गंभीरता से जांच की जाएगी, और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।


भीषण बम विस्फोट में मौत
ओडिशा में बम विस्फोट से एक व्यक्ति की मौत, आपराधिक गतिविधियाँ उजागर

ओडिशा के कटक में एक भीषण बम विस्फोट में एक व्यक्ति की मौत हो गई। वह अवैध रूप से बम बना रहा था जब विस्फोट हुआ।

Pathak Raj

ओडिशा में बम विस्फोट से एक व्यक्ति की मौत आपराधिक गतिविधियाँ उजागर
विस्फोट के बाद घर की स्थिति

भुवनेश्वर/कटक। ओडिशा के कटक जिले के नेमाल थाना क्षेत्र के झाड़ेश्वरपुर मनानगढ़ गांव में गुरुवार देर रात हुए भीषण बम विस्फोट में एक व्यक्ति की मौत हो गई। मृतक की पहचान नाहलपुर निवासी शेख दुखा (55) के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार, दुखा घर के अंदर अवैध रूप से बम बना रहा था, इसी दौरान विस्फोट हुआ जिससे उसकी मौके पर ही गंभीर हालत हो गई। बाद में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

 

विस्फोट से मचा हड़कंप

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार धमाका इतना तेज था कि घर की छत पूरी तरह उड़ गई और लोहे का शटर करीब 50 फीट दूर जा गिरा। दीवारें चटक गईं और आसपास के इलाके में दहशत फैल गई। विस्फोट की आवाज सुनकर स्थानीय लोग घरों से बाहर निकल आए।

शेख दुखा ने यह घर व्यवसाय के नाम पर किराए पर लिया था, लेकिन पुलिस की प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ है कि वह घर के भीतर आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त था। गुरुवार रात वह घर में बम तैयार कर रहा था कि तभी विस्फोट हो गया।

 

पुलिस व वैज्ञानिक टीम मौके पर पहुंची

सूचना मिलने पर नेमाल थाना पुलिस मौके पर पहुंची और गंभीर रूप से घायल दुखा को निश्चिंतकोइली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। वहां से उसे कटक के एक अस्पताल में रेफर किया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

शुक्रवार सुबह कटक ग्रामीण के एसपी प्रतीक सिंह, सालेपुर एसडीपीओ विरंचि नारायण पति और बम निरोधक दस्ता, खोजी कुत्तों और वैज्ञानिक टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और गहन जांच शुरू की।

 

बिना फटे बम भी बरामद

पुलिस ने घटनास्थल की तलाशी के दौरान घर के अंदर से कुछ बिना फटे बम बरामद किए हैं। फिलहाल पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि दुखा इस कार्य में अकेला था या किसी गिरोह से जुड़ा हुआ था।

 

जांच के मुख्य बिंदु:

  • क्या शेख दुखा बम खुद के उपयोग के लिए बना रहा था या वह किसी अन्य को आपूर्ति करता था?

  • उसने किराए पर घर क्यों लिया जबकि उसका खुद का घर पास में ही था?

  • क्या इस घटना के पीछे कोई संगठित अपराध या नेटवर्क शामिल है?

नेमाल पुलिस ने मामला संख्या 131/25 के तहत एफआईआर दर्ज कर ली है। शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया गया है।

 

स्थानीय लोगों में भय का माहौल

घटना के बाद इलाके में भय और असुरक्षा का माहौल है। लोग पूछ रहे हैं कि जब इस तरह की गतिविधियां उनके आस-पास हो रही थीं, तो स्थानीय प्रशासन को इसकी भनक क्यों नहीं लगी?


शराब तस्करी का नया तरीका
बिहार : एलपीजी सिलेंडर में शराब तस्करी, देसी जुगाड़ देखकर दंग रह गए लोग

गोपालगंज में एलपीजी सिलेंडर में शराब की बोतलें छिपाने का नया तरीका सामने आया, जिससे पुलिस और प्रशासन हैरान हैं।

Pathak Raj

बिहार  एलपीजी सिलेंडर में शराब तस्करी देसी जुगाड़ देखकर दंग रह गए लोग
गोपालगंज वायरल वीडियो: एलपीजी सिलेंडर में शराब तस्करी का देसी जुगाड़ देखकर दंग रह गए लोग
पाठकराज

गोपालगंज। बिहार में शराबबंदी के बावजूद तस्करों की चालाकियां और देसी जुगाड़ थमने का नाम नहीं ले रहे। ताजा मामला गोपालगंज से सामने आया है, जहां एक वायरल वीडियो ने सबको हैरान कर दिया है। वीडियो में देखा जा सकता है कि एक एलपीजी गैस सिलेंडर को उल्टा किया जाता है, और फिर उसके भीतर से एक ढक्कन जैसी परत खोलते ही शराब की बोतलों का जखीरा निकलता है।

इस वीडियो के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई है। एक्स पर वायरल हुए इस वीडियो ने आम लोगों से लेकर अधिकारियों तक को चौंका दिया है। लोग तस्करों की इस “देसी टेक्नोलॉजी” को देखकर दांतों तले उंगली दबा रहे हैं।

वीडियो में दिखाया गया है कि कैसे एलपीजी सिलेंडर की आंतरिक संरचना को इस प्रकार बदला गया है कि उसमें शराब की कई बोतलें छिपाई जा सकें। ऊपर से सिलेंडर पूरी तरह सामान्य दिखता है, लेकिन नीचे की परत खोलते ही सच्चाई सामने आ जाती है। इसे देखकर यह साफ हो जाता है कि तस्कर अब हर मुमकिन तरीके से पुलिस और प्रशासन को चकमा देने की फिराक में हैं।

यह कोई पहला मामला नहीं है जब शराब तस्करी के लिए अनोखे तरीके अपनाए गए हों। इससे पहले पश्चिम चंपारण के बेतिया में एक घोड़ा पकड़ा गया था, जिसकी पीठ पर लदी गठरी में शराब की बोतलें छुपाई गई थीं। घोड़े को भेजकर तस्कर खुद भाग निकले और घोड़ा पुलिस की गिरफ्त में आ गया था। अब उसी सिलसिले में एलपीजी सिलेंडर तस्करी का यह नया तरीका सामने आया है।

गोपालगंज वायरल वीडियो के वायरल होते ही प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लिया है। वीडियो की सत्यता की जांच की जा रही है और संबंधित तस्करों की पहचान में पुलिस जुट गई है। अधिकारियों का कहना है कि इस तरह की तस्करी न केवल कानून का उल्लंघन है, बल्कि यह सार्वजनिक सुरक्षा के लिए भी गंभीर खतरा है, क्योंकि गैस सिलेंडर के साथ छेड़छाड़ से विस्फोट का खतरा बना रहता है।

 

सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं

वीडियो पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। कुछ लोग इसे "जुगाड़ तकनीक की पराकाष्ठा" बता रहे हैं, तो कुछ इसे शराबबंदी कानून की विफलता के रूप में देख रहे हैं। कई यूजर्स ने मजाकिया अंदाज़ में लिखा – "अब अगली बार खाना बनाते समय सिलेंडर से खाना नहीं, पार्टी निकलेगी!"


दर्दनाक हादसा कुशीनगर में
कुशीनगर में मिट्टी से लदी ट्रैक्टर ट्रॉली पलटी, दो किशोरों की दर्दनाक मौत – गांव में मातम पसरा

कुशीनगर के बेलवनिया गांव में एक ट्रैक्टर ट्रॉली पलटने से दो किशोरों की मौत हो गई। स्थानीय लोगों और पुलिस ने जांच शुरू की।

Pathak Raj

कुशीनगर में मिट्टी से लदी ट्रैक्टर ट्रॉली पलटी दो किशोरों की दर्दनाक मौत – गांव में मातम पसरा
कुशीनगर में मिट्टी से लदी ट्रैक्टर ट्रॉली पलटी
पाठकराज

कुशीनगर। जनपद कुशीनगर के कुबेरस्थान थाना क्षेत्र के बेलवनिया गांव में गुरुवार को एक बेहद दर्दनाक हादसे ने दो परिवारों की खुशियां छीन लीं। मिट्टी ढो रही एक अनियंत्रित ट्रैक्टर ट्रॉली पलट गई, जिससे मौके पर ही दो किशोरों की दर्दनाक मौत हो गई। मृतकों की पहचान सोनू कुमार (18) और राहुल कुमार (17) के रूप में हुई है, जो आपस में घनिष्ठ मित्र थे और अक्सर साथ काम किया करते थे।

हादसे की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से दोनों शवों को बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा। इस हृदय विदारक घटना की खबर जैसे ही गांव में फैली, पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई। परिजन और ग्रामीण गहरे सदमे में हैं, मातम का माहौल हर ओर पसरा है।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, गांव के पास एक निर्माण कार्य के लिए मिट्टी ढोने का काम चल रहा था। उसी दौरान ट्रैक्टर ट्रॉली असंतुलित होकर पलट गई। हादसे के वक्त सोनू ट्रैक्टर चला रहा था और राहुल उसके साथ आगे की सीट पर बैठा हुआ था। ट्रॉली के अचानक पलटने से दोनों किशोर उसके नीचे दब गए और गंभीर चोटों की वजह से मौके पर ही दम तोड़ दिया।

कुबेरस्थान थाना पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण कर शवों को कब्जे में लिया। पुलिस ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और हादसे के कारणों को लेकर सभी संभावित पहलुओं पर विचार किया जा रहा है।

स्थानीय ग्रामीणों और समाजसेवियों ने इस घटना पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए प्रशासन से मांग की है कि ऐसे कार्यों में किशोरों और नाबालिगों की भागीदारी पर सख्त रोक लगाई जाए। साथ ही, बिना सुरक्षा उपायों के हो रहे निर्माण कार्यों पर कड़ी निगरानी रखी जाए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।

बेलवनिया गांव इस समय सन्नाटे में डूबा हुआ है। दो घरों के आंगन जहां कल तक बच्चों की हंसी गूंजती थी, आज वहां सिर्फ आंसुओं की आवाज़ सुनाई दे रही है। सोनू और राहुल की असमय मौत ने न केवल उनके परिवारों को बल्कि पूरे गांव को झकझोर दिया है।


अवैध खेल अकादमियों पर छापेमारी
नोएडा-ग्रेटर नोएडा में अवैध क्रिकेट अकैडमियों और स्विमिंग पूलों का भंडाफोड़

नोएडा और ग्रेटर नोएडा में 25 से अधिक खेल अकादमियां और स्विमिंग पूल अवैध रूप से संचालित हो रहे हैं, जिनपर प्रशासन ने छापेमारी की है।

Vikash Rajput

नोएडा-ग्रेटर नोएडा में अवैध क्रिकेट अकैडमियों और स्विमिंग पूलों का भंडाफोड़
नोएडा-ग्रेटर नोएडा में अवैध क्रिकेट अकैडमियों और स्विमिंग पूलों का भंडाफोड़
पाठकराज

नोएडा। नोएडा और ग्रेटर नोएडा में खेल के नाम पर नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। जिले में बड़ी संख्या में क्रिकेट अकैडमियां और स्विमिंग पूल अवैध रूप से संचालित हो रहे हैं। जिला प्रशासन और खेल विभाग की छापेमारी में यह खुलासा हुआ है। छापेमारी के दौरान 25 से अधिक अकैडमियां बिना किसी रजिस्ट्रेशन और एनओसी के चलती पाई गईं।

जांच में सामने आया कि ये अकैडमियां बिना एनओसी के न सिर्फ खेल गतिविधियां चला रही थीं, बल्कि एनजीटी के नियमों की अनदेखी कर अवैध बोरवेल से पानी और डीजी सेट से बिजली का उपयोग कर रही थीं। कई स्थानों पर बिजली चोरी भी पकड़ी गई। इन अकैडमियों में रात के समय फ्लड लाइट्स में मैच और पार्टियों का आयोजन होता है, जिससे संचालक मोटी रकम वसूलते हैं।

 

नोटिस जारी, सात दिन में रजिस्ट्रेशन का आदेश

नगर मजिस्ट्रेट विवेकानंद मिश्रा और उप जिला क्रीड़ाधिकारी अनीता नागर ने मिलकर जिले में संचालित क्रिकेट ग्राउंड और फिटनेस संस्थानों का निरीक्षण किया। किसी भी अकैडमी के पास वैध एनओसी या पंजीकरण दस्तावेज नहीं थे। सभी को नोटिस जारी कर सात दिन के भीतर आवश्यक अनुमति लेने के आदेश दिए गए हैं, अन्यथा कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।

 

25 से अधिक अकैडमी बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित, बिजली चोरी और अवैध बोरवेल का भी खुलासा

 

क्रम संख्या संस्थान का नाम स्थान / क्षेत्र
1 हेरिटेज क्रिकेट ग्राउंड नोएडा
2 स्टार क्रिकेट ग्राउंड नोएडा
3 प्ले जॉन मास्टर ब्लास्टर हबीबपुर, ग्रेटर नोएडा
4 राजा क्रिकेट ग्राउंड ग्रेनो वेस्ट
5 सेंचुरियन क्रिकेट ग्राउंड ग्रेनो वेस्ट
6 प्ले जॉन रन मशीन क्रिकेट ग्राउंड ग्रेनो वेस्ट
7 प्ले जॉन बीसीसीआई क्रिकेट ग्राउंड ग्रेनो वेस्ट
8 एमसीजी क्रिकेट ग्राउंड ग्रेनो वेस्ट
9 स्मैश ट्रेस क्रिकेट ग्राउंड ग्रेनो वेस्ट
10 सेकंड इनिंग क्रिकेट ग्राउंड ग्रेनो वेस्ट
11 प्लस आर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स ग्रेनो वेस्ट
12 सोम क्रिकेट अकैडमी ग्रेनो वेस्ट
13 भारत क्रिकेट ग्राउंड ग्रेनो वेस्ट
14 सुपर-6 क्रिकेट ग्राउंड ग्रेनो वेस्ट
15 गार्डन क्रिकेट ग्राउंड ग्रेनो वेस्ट
16 राहुल क्रिकेट ग्राउंड ग्रेनो वेस्ट
17 ड्रीम चेजर्स एनएस क्रिकेट ग्राउंड ग्रेनो वेस्ट
18 एस थ्री एस स्पोर्ट्स ग्राउंड ग्रेनो वेस्ट
19 प्लेसर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स ग्रेनो वेस्ट
20 सेकंड इनिंग क्रिकेट ग्राउंड (दूसरा) ग्रेनो वेस्ट
21 एवरीडे फिटनेस ब्ल्यू सफायर मॉल, नोएडा
22 कल्ट फिट जिम सफायर मॉल, नोएडा
23 स्विमिंग पूल (आमंत्रण होटल) स्पेक्ट्रम मॉल, नोएडा
24 गैराठी क्रिकेट ग्राउंड साफीपुर

 

बिजली और जल विभाग को कार्रवाई के निर्देश

प्रशासन ने संबंधित विभागों — बिजली विभाग, जल निगम, और पर्यावरण विभाग — को पत्र भेजकर आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा है। अवैध कनेक्शन और बोरवेल को सील करने की प्रक्रिया भी शुरू की जा रही है। प्रशासन का कहना है कि यह कार्रवाई सिर्फ शुरुआत है। भविष्य में ऐसे संस्थानों पर सीधी सीलिंग और कानूनी कार्रवाई की जाएगी। जिले में खेल गतिविधियों को नियमबद्ध और सुरक्षित वातावरण में संचालित करना प्रशासन की प्राथमिकता है।


भव्य योग दिवस आयोजन 2025
जिले में 15 से 20 जून तक मनाया जाएगा योग सप्ताह

ग्रेटर नोएडा में 2025 में 11वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस और योग सप्ताह का आयोजन किया जाएगा, जिसमें हरित योग और स्वच्छता पर विशेष जोर दिया जाएगा।

Pathak Raj

जिले में 15 से 20 जून तक मनाया जाएगा योग सप्ताह
जिला सभागार में बैठक करते डीएम
पाठकराज

ग्रेटर नोएडा। भारत सरकार के आयुष मंत्रालय के निर्देशानुसार जनपद में आगामी 21 जून 2025 को 11वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस तथा 15 से 20 जून तक योग सप्ताह भव्य रूप से मनाया जाएगा। इसकी तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने कलेक्ट्रेट सभागार में संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।

 

टीम भावना से हो आयोजन: जिलाधिकारी

बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि जैसे पिछले वर्षों में योग सप्ताह और अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को सभी विभागों ने टीम भावना के साथ सफलतापूर्वक संपन्न कराया, उसी तरह इस वर्ष भी योग कार्यक्रम को जनसामान्य की भागीदारी के साथ भव्य तरीके से आयोजित किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि 15 से 20 जून तक योग सप्ताह के दौरान स्कूल, कॉलेज, एनसीसी, एनएसएस, स्वयंसेवी संगठन, योग संस्थाएं, उद्यमी एवं आम नागरिकों को कॉमन योग प्रोटोकॉल के तहत प्रतिदिन सुबह योगाभ्यास कराया जाए।

 

21 जून को ब्लॉक, तहसील और जिला स्तर पर आयोजन

21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मुख्य कार्यक्रम के लिए जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि सुबह 6 से 8 बजे तक ब्लॉक, तहसील एवं जिला मुख्यालयों के साथ-साथ ग्राम पंचायतों के सार्वजनिक स्थलों पर योग सत्र आयोजित कराए जाएं। प्रशिक्षित योग प्रशिक्षकों की देखरेख में योगाभ्यास कराया जाए और साथ ही जनमानस को संवाद के माध्यम से योग के लाभों से अवगत कराया जाए।

 

हरित योग और स्वच्छता पर विशेष जोर

उन्होंने "हरित योग" को इस बार की नई थीम बताया, जिसके तहत प्राकृतिक स्थलों पर योग, वृक्षारोपण और स्वच्छता अभियान को एक साथ जोड़ा जाएगा। साथ ही ऐतिहासिक, सांस्कृतिक व पर्यटन स्थलों, झीलों, अमृत सरोवरों और प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण क्षेत्रों को योग आयोजन के लिए प्राथमिकता दी जाएगी।

 

योग पार्क और योग इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण

जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में दो पार्कों का चयन कर उन्हें योग पार्क के रूप में विकसित किया जाए, जहां पूरे वर्ष योग गतिविधियां संचालित की जा सकें। पार्क का चयन ऐसे स्थान पर हो, जहां लोग आसानी से पहुंच सकें।

 

सोशल मीडिया प्रतियोगिताएं और युवा भागीदारी

'योग अनप्लग्ड' ब्रांडिंग के तहत युवाओं को योग के प्रति आकर्षित करने के लिए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सोशल मीडिया आधारित योग प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। प्रतिभागियों को अपनी प्रगति सोशल मीडिया पर साझा करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।

 

समन्वय और कार्य योजना की सख्त हिदायत

बैठक के अंत में क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी को निर्देशित किया गया कि वे सभी संबंधित विभागों से समन्वय स्थापित करते हुए समय से कार्य योजना तैयार करें।बैठक में क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ. धर्मेंद्र कुमार केम, जिला होम्योपैथिक अधिकारी डॉ. प्रीति सिंघल, जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. धर्मवीर सिंह, वरिष्ठ योग शिक्षक तथा अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।


किसानों का महापंचायत प्रदर्शन
किसानों का कलेक्ट्रेट पर हल्लाबोल, 10% भूखंड समेत कई मांगों को लेकर किया प्रदर्शन

ग्रेटर नोएडा में किसानों ने पुरानी मांगों को लेकर महापंचायत की। वे भूमि अधिग्रहण और रोजगार की समस्याओं को लेकर आंदोलन कर रहे हैं।

Vikash Rajput

किसानों का कलेक्ट्रेट पर हल्लाबोल 10 भूखंड समेत कई मांगों को लेकर किया प्रदर्शन
महापंचायत गर्मी के बीच अपनी मांगों के लेकर बैठी महिला किसान
पाठकराज

ग्रेटर नोएडा। किसान संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर गुरुवार को हजारों किसानों ने सूरजपुर स्थित कलेक्ट्रेट कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन और महापंचायत की। किसानों ने 10% विकसित भूखंड, नए भूमि अधिग्रहण कानून को लागू करने, आबादी मामलों का निस्तारण और भूमिहीनों को भूखंड देने जैसी पुरानी मांगों को लेकर एकजुट होकर आवाज बुलंद की।

सुबह से ही किसान सूरजपुर में एकत्र होने लगे और नारेबाजी करते हुए जुलूस के रूप में कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे। इसके बाद मौके पर महापंचायत की शुरुआत की गई जिसमें क्षेत्र भर से आए किसान प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

 

प्रशासन पर लगाया उदासीनता का आरोप

किसान संघर्ष समिति के प्रमुख ने कहा कि किसान वर्षों से अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन प्रशासनिक स्तर पर सिर्फ आश्वासन मिला है, ठोस कार्रवाई नहीं हुई।

"हम 10% भूखंड, आबादी निस्तारण, भूमिहीनों को ज़मीन और नए भूमि अधिनियम की मांग कर रहे हैं। कई दौर की वार्ताएं भी हो चुकी हैं, लेकिन नतीजा शून्य है। अब यह आंदोलन निर्णायक होगा।"

प्रभावित किसानों को मिले रोजगार: एनटीपीसी का मुद्दा भी उठा

प्रदर्शन के दौरान एनटीपीसी से प्रभावित किसानों को रोजगार दिए जाने की भी मांग उठी। किसानों ने आरोप लगाया कि परियोजना प्रभावित परिवारों की आजीविका छिन गई, लेकिन कोई पुनर्वास या रोजगार नहीं मिला।

किसानों की संख्या को देखते हुए सूरजपुर कलेक्ट्रेट ऑफिस पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। एहतियातन ट्रैफिक रूट भी डायवर्ट किए गए, ताकि शहर में यातायात बाधित न हो।

 

आंदोलन की आगे की रणनीति तय होगी

महापंचायत में किसान नेताओं ने स्पष्ट किया कि अगर प्रशासन ने जल्द ठोस कदम नहीं उठाए, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।

"अब सिर्फ बातचीत नहीं, बल्कि परिणाम चाहिए। यह लड़ाई जमीन, अधिकार और सम्मान की है।"



नोएडा में प्लास्टिक पर प्रतिबंध
नोएडा में सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूर्ण प्रतिबंध, उल्लंघन पर तत्काल होगी कार्रवाई

नोएडा प्राधिकरण ने शहर को स्वच्छ और हरित बनाने के लिए सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया है। उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई होगी।

Pathak Raj

नोएडा में सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूर्ण प्रतिबंध उल्लंघन पर तत्काल होगी कार्रवाई
इंदिरा मार्केट में दुकान पर जांच करते अधिकारी
पाठकराज

नोएडा। देश के सबसे स्वच्छ शहरों में शामिल होने की दौड़ में नोएडा ने एक बड़ा और निर्णायक कदम उठाया है। नोएडा प्राधिकरण ने शहरभर में सिंगल यूज प्लास्टिक (Single Use Plastic) के इस्तेमाल पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया है। यह फैसला शहर को स्वच्छ और हरित बनाने की दिशा में एक बड़ी पहल के तौर पर देखा जा रहा है।

प्राधिकरण ने साफ कर दिया है कि कोई भी दुकानदार या नागरिक यदि इस नियम का उल्लंघन करता पाया गया, तो उसके खिलाफ तत्काल सख्त कार्रवाई की जाएगी। अब तक सेक्टर 27 स्थित इंदिरा मार्केट की कई दुकानों से भारी मात्रा में प्लास्टिक जब्त की जा चुकी है और दर्जनों पर जुर्माना भी लगाया गया है।

 

स्वच्छ भारत मिशन में टॉप रैंक का लक्ष्य

नोएडा पिछले कुछ वर्षों से स्वच्छ भारत मिशन की रैंकिंग में टॉप पर आने की कोशिश करता रहा है, लेकिन हर बार एक या दो पायदान पीछे रह गया। इस बार प्राधिकरण का मकसद है कि कोई कसर न छोड़ी जाए और शहर को स्वच्छता रैंकिंग में शीर्ष स्थान दिलाया जाए।

सिर्फ आदेश ही नहीं, बल्कि नोएडा प्राधिकरण ने इस बैन को लेकर व्यापक स्तर पर जागरूकता अभियान भी शुरू कर दिया है।

 

बाजारों, मॉल्स और दुकानों में जाकर दुकानदारों और ग्राहकों को प्लास्टिक के दुष्प्रभावों के बारे में बताया जा रहा है।

लोगों को जूट, कपड़े और कागज से बने थैलों के उपयोग के लिए प्रेरित किया जा रहा है।

पोस्टर, बैनर और पब्लिक अनाउंसमेंट के माध्यम से अभियान को जन-जन तक पहुंचाया जा रहा है।

 

 

फील्ड में सख्त निगरानी, कोई ढील नहीं

नोएडा प्राधिकरण की टीमें फील्ड में लगातार निरीक्षण और कार्रवाई कर रही हैं। अधिकारियों ने कहा है कि यह सिर्फ दिखावटी मुहिम नहीं, बल्कि पर्यावरण सुरक्षा और शहर की रैंकिंग सुधारने के लिए ईमानदार प्रयास है।

 

नोएडा प्राधिकरण की दो टूक चेतावनी

नोएडा प्राधिकरण के विशेषाधिकारी इंदु प्रकाश सिंह ने बताया कि शासन ने सख्त चेतावनी दी है कि यह नियम सिर्फ कागजों में नहीं रहेगा।

"जो भी सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग करता पाया जाएगा, उस पर बिना किसी रियायत के कार्रवाई की जाएगी।"

अधिकारियों ने यह भी कहा कि स्वच्छता सिर्फ सरकार या प्राधिकरण की नहीं, बल्कि हर नागरिक की साझी जिम्मेदारी है।


किसान महापंचायत ग्रेटर नोएडा में
ग्रेटर नोएडा में किसानों की महापंचायत आज, कई मार्गों पर ट्रैफिक डायवर्जन लागू

किसान संघर्ष मोर्चा के तहत किसान 29 मई को ग्रेटर नोएडा में अपनी मांगों के लिए महापंचायत और धरना-प्रदर्शन करेंगे। ट्रैफिक दबाव के कारण रूट डायवर्जन लागू।

Pathak Raj

ग्रेटर नोएडा में किसानों की महापंचायत आज कई मार्गों पर ट्रैफिक डायवर्जन लागू
जिला मुख्यालय पर मौजूद पुलिस अधिकारी
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ग्रेटर नोएडा। किसान संघर्ष मोर्चा के बैनर तले गुरुवार, 29 मई को किसान अपनी विभिन्न मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट परिसर पर महापंचायत और धरना-प्रदर्शन करेंगे। उनकी प्रमुख मांगों में विकसित भूखंडों का आवंटन, आबादियों का निस्तारण और सर्किल रेट में बढ़ोतरी पर पुनर्विचार शामिल हैं।

प्रदर्शन में भाग लेने के लिए कई गांवों से किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली और निजी वाहनों के जरिए ग्रेटर नोएडा पहुंचेंगे, जिससे शहर में भारी भीड़ और ट्रैफिक दबाव की आशंका है।

 

यातायात पुलिस ने जारी किया डायवर्जन प्लान

आवश्यकता को देखते हुए नोएडा ट्रैफिक पुलिस ने कई प्रमुख मार्गों पर रूट डायवर्जन लागू किया है:

  1. सूरजपुर घंटा चौक से परी चौक की ओर जाने वाला यातायात अब सूरजपुर कस्बा होते हुए, पुलिस चौकी सूरजपुर से मोजर बेयर गोलचक्कर के रास्ते अपने गंतव्य को भेजा जाएगा।

  2. परी चौक से सूरजपुर जाने वाले वाहनों को एलजी गोलचक्कर से दाहिने मोड़कर, गामा-1 गोलचक्कर, डीपीएस स्कूल के सामने, साइट-सी सूरजपुर और तिलपता गोलचक्कर होते हुए डायवर्ट किया गया है।

  3. मलकपुर गांव की ओर से दुर्गा टॉकीज गोलचक्कर से आ रहे वाहनों को क्राउन प्लाजा, घंटा चौक, सूरजपुर कस्बा पुलिस चौकी होते हुए मोजर बेयर गोलचक्कर के रास्ते आगे भेजा जाएगा।

 

पुलिस प्रशासन की सतर्कता

स्थिति पर निगरानी रखने के लिए एसीपी ट्रैफिक ने गुरुवार सुबह महामाया फ्लाईओवर मार्ग पर ट्रैफिक व्यवस्था का निरीक्षण किया और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने ट्रैफिक सुगमता के लिए मैन्युअल कंट्रोल और अतिरिक्त फोर्स तैनात करने के निर्देश भी दिए।

 

किसानों की क्या हैं मांगे?

किसानों का कहना है कि उन्हें वर्ष 2011 में भूमि अधिग्रहण के एवज में विकसित भूखंड दिए जाने थे, लेकिन अब तक उन्हें उनका अधिकार नहीं मिला। इसके साथ ही आबादियों के निस्तारण और सर्किल रेट में की गई हालिया बढ़ोतरी को भी वापस लेने की मांग की जा रही है।


नोएडा में हादसा टला
नोएडा: अजनारा होम्स सोसायटी में बड़ा हादसा टला, प्लास्टर गिरा

ग्रेटर नोएडा वेस्ट की अजनारा होम्स सोसायटी में प्लास्टर गिरने से बड़ा हादसा टला। पार्किंग में खड़ी वाहन क्षतिग्रस्त हुई।

Pathak Raj

नोएडा अजनारा होम्स सोसायटी में बड़ा हादसा टला प्लास्टर गिरा
ग्रेटर नोएडा वेस्ट की अजनारा होम्स सोसायटी में बड़ा हादसा टला, पार्किंग के पास गिरा प्लास्टर का हिस्सा
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ग्रेटर नोएडा वेस्ट। ग्रेटर नोएडा वेस्ट की अजनारा होम्स सोसायटी में गुरूवार को एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया, जब ओपन एरिया पार्किंग के पास एक टावर की दीवार से प्लास्टर का बड़ा हिस्सा अचानक नीचे गिर पड़ा। गिरा हुआ मलबा पार्किंग में खड़ी एक स्कूटी और एक कार पर जा गिरा, जिससे दोनों वाहन क्षतिग्रस्त हो गए।

निवासियों के अनुसार, घटना उस वक्त हुई जब कुछ लोग थोड़ी ही दूरी पर टहल रहे थे। गनीमत रही कि कोई व्यक्ति चपेट में नहीं आया। हालांकि, स्थानीय निवासियों में इस घटना को लेकर आक्रोश है और उन्होंने इसे सोसायटी प्रबंधन की लापरवाही बताया है।

 

पहले भी गिर चुका है प्लास्टर

यह पहली बार नहीं है जब अजनारा होम्स में प्लास्टर गिरने की घटना सामने आई हो। इससे पहले बारिश के दौरान एक टावर से प्लास्टर गिरा था, जिसकी शिकायत सोसायटी रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन (RWA) ने प्रबंधन से की थी, लेकिन अब तक कोई स्थायी समाधान नहीं निकाला गया। निवासियों का कहना है कि बिल्डिंग की क्वालिटी और रखरखाव को लेकर गंभीर चूक हो रही है। कई फ्लैटों की छतों और बाहरी दीवारों पर सीलन और दरारें देखी गई हैं। लोगों ने सोसायटी का स्ट्रक्चरल ऑडिट कराने की मांग की है ताकि भविष्य में किसी बड़ी दुर्घटना से बचा जा सके।

 

प्रबंधन की चुप्पी

घटना के बाद भी सोसायटी प्रबंधन की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। RWA ने कहा है कि यदि जल्द समाधान नहीं निकाला गया, तो वे प्राधिकरण और जिला प्रशासन से शिकायत करेंगे।


लिफ्ट में फंसे लोग
ग्रेनो वेस्ट की आस्था ग्रीन्स सोसायटी में लिफ्ट में फंसे कई लोग, रेस्क्यू में लगा आधा घंटा

ग्रेनो वेस्ट की आस्था ग्रीन्स सोसायटी में लिफ्ट में तकनीकी खराबी से लोग फंसे। निवासियों ने लापरवाही का आरोप लगाया और पुलिस में शिकायत दर्ज की।

Pathak Raj

ग्रेनो वेस्ट की आस्था ग्रीन्स सोसायटी में लिफ्ट में फंसे कई लोग रेस्क्यू में लगा आधा घंटा
ग्रेनो वेस्ट की आस्था ग्रीन्स सोसायटी में लिफ्ट में फंसे कई लोग, रेस्क्यू में लगा आधा घंटा
पाठकराज

ग्रेटर नोएडा वेस्ट – ग्रेनो वेस्ट की पॉश हाउसिंग सोसायटी आस्था ग्रीन्स में बुधवार देर रात उस समय हड़कंप मच गया जब क्लब हाउस की लिफ्ट में कई लोग करीब आधे घंटे तक फंसे रह गए। लिफ्ट में अचानक आई तकनीकी खराबी के बाद न तो कोई ऑपरेटर मौके पर मौजूद था और न ही इमरजेंसी रिस्पॉन्स में कोई तत्परता दिखाई गई।

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, लिफ्ट में महिलाएं और बुजुर्ग भी मौजूद थे, जो लगातार घबराए हुए SOS अलर्ट भेजते रहे। निवासियों का आरोप है कि सोसायटी में लिफ्ट संचालन को लेकर बेहद लापरवाही बरती जा रही है।

सोसाइटी निवासी राहुल वर्मा ने बताया, “लिफ्ट में जैसे ही खराबी आई, हमने अलार्म और इमरजेंसी नंबर दबाए, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। लिफ्ट ऑपरेटर की कोई व्यवस्था नहीं है और सिक्योरिटी स्टाफ भी स्थिति से निपटने में असमर्थ रहा।”

घटना के बाद निवासियों ने चेरी काउंटी पुलिस चौकी में इस मामले को लेकर एक लिखित शिकायत दर्ज करवाई है। शिकायत में लिफ्ट के नियमित मेंटेनेंस, प्रशिक्षित ऑपरेटर की नियुक्ति और इमरजेंसी रिस्पॉन्स सिस्टम दुरुस्त करने की मांग की गई है।

 

क्या बोले अधिकारी?

अब तक सोसाइटी प्रबंधन या अथॉरिटी की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, पुलिस ने शिकायत मिलने की पुष्टि की है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है। ग्रेटर नोएडा वेस्ट में हाल के दिनों में हाउसिंग सोसाइटीज में लिफ्ट खराबी की घटनाएं बढ़ी हैं, जिससे निवासियों में चिंता का माहौल है। विशेषज्ञों का कहना है कि तकनीकी रखरखाव और आपातकालीन सेवाओं की अनदेखी गंभीर दुर्घटनाओं का कारण बन सकती है।


दिल्ली में भीषण सड़क हादसा
जनकपुरी : कार ने साइकिल सवार को मारी टक्कर, झुग्गियों में घुसने से दो की मौत, तीन घायल

दिल्ली के जनकपुरी में एक तेज रफ्तार कार ने साइकिल सवार को टक्कर मारी और झुग्गी में घुस गई, दो की मौत, तीन घायल।

Pathak Raj

जनकपुरी  कार ने साइकिल सवार को मारी टक्कर झुग्गियों में घुसने से दो की मौत तीन घायल
प्रतीकात्मक तस्वीर
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नई दिल्ली। दिल्ली के जनकपुरी थाना क्षेत्र के अंतर्गत पंखा रोड पर गुरुवार तड़के सुबह करीब साढ़े तीन बजे एक दिल दहला देने वाला हादसा हो गया। एक तेज रफ्तार स्विफ्ट कार ने पहले एक साइकिल सवार को टक्कर मारी और फिर बेकाबू होकर सड़क किनारे बनी झुग्गी-झोपड़ियों में जा घुसी। इस भीषण दुर्घटना में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।

हादसे की सूचना मिलते ही जनकपुरी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और सभी घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। घायलों की स्थिति गंभीर बनी हुई है।

 

19 वर्षीय आरोपी चालक हिरासत में

पुलिस ने घटनास्थल से ही 19 वर्षीय कार चालक को हिरासत में ले लिया है। प्रारंभिक पूछताछ में यह सामने आया है कि चालक ने नियंत्रण खो दिया था, जिससे यह हादसा हुआ। पुलिस आरोपी से विस्तृत पूछताछ कर रही है और यह जांच भी कर रही है कि हादसे के वक्त चालक नशे में था या नहीं।

हादसे के बाद क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि पंखा रोड पर अक्सर तेज रफ्तार वाहन चलते हैं और कई बार शिकायतों के बावजूद पुलिस द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। झुग्गीवासियों ने मौके पर सुरक्षा इंतजाम बढ़ाने की मांग की है।

 

पुलिस का बयान

पुलिस अधिकारी ने बताया कि "घटना में दो लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। घायलों का इलाज जारी है और आरोपी चालक को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।"


फ्लैट धोखाधड़ी मामले में गिरफ्तारी
नोएडा: 12 करोड़ की फ्लैट धोखाधड़ी का आरोपी प्रकाश झा गिरफ्तार, चार साल से था फरार

नोएडा पुलिस ने सेक्टर-63 में 12 करोड़ रुपये की फ्लैट धोखाधड़ी के मामले में फरार चल रहे आरोपी प्रकाश झा को गिरफ्तार किया है।

Pathak Raj

नोएडा 12 करोड़ की फ्लैट धोखाधड़ी का आरोपी प्रकाश झा गिरफ्तार चार साल से था फरार
नोएडा: 12 करोड़ की फ्लैट धोखाधड़ी का आरोपी प्रकाश झा गिरफ्तार, चार साल से था फरार
पाठकराज

नोएडा। सेक्टर-63 थाना पुलिस ने 12 करोड़ रुपये की फ्लैट धोखाधड़ी के मामले में लंबे समय से फरार चल रहे 50 हजार के इनामी आरोपी प्रकाश झा को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी करीब चार वर्षों से पुलिस को चकमा दे रहा था। इससे पहले उसके तीन साथियों नवनीत कौर, गौरव शर्मा और विशाल कटियार को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।

डीसीपी सेंट्रल नोएडा शक्तिमोहन अवस्थी के मुताबिक, आरोपी प्रकाश झा दिल्ली के मुंडका स्थित एकता अपार्टमेंट का निवासी है और वर्ष 2011 से नोएडा सेक्टर-63 स्थित एससीसी बिल्डर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में एक्जीक्यूटिव पद पर कार्यरत था। इस कंपनी के माध्यम से आवासीय फ्लैट बनाकर उनका विक्रय किया जाता है। 

पुलिस जांच में सामने आया कि प्रकाश झा ने अपने साथियों के साथ मिलकर कंपनी के फर्जी और कूटरचित दस्तावेज तैयार किए और उनके आधार पर फ्लैट खरीदारों के नाम पर विक्रय विलेख तैयार कर दिए, वह भी बिना नियमानुसार प्रक्रिया (एसओपी) का पालन किए।

 

12 करोड़ रुपये का गबन और ब्लैकमेलिंग

इस तरह से आरोपियों ने कंपनी के साथ करीब 12 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की। इतना ही नहीं, धोखाधड़ी के बाद आरोपी बिना पूर्व सूचना के कंपनी छोड़कर फरार हो गए। कंपनी के मालिक द्वारा संपर्क करने पर प्रकाश झा ने फोन बंद कर लिया और लापता हो गया।

जांच के दौरान यह भी पता चला कि आरोपी ने कंपनी की गोपनीय जानकारी अन्य स्थानों पर ईमेल कर ब्लैकमेलिंग का प्रयास भी किया था। कंपनी की शिकायत पर वर्ष 2021 में मामला दर्ज किया गया था। पुलिस का कहना है कि प्रकाश झा के खिलाफ दिल्ली के राजौरी गार्डन थाना में भी एक आपराधिक मामला दर्ज है। आरोपी को अब न्यायालय में पेश कर जेल भेजा जाएगा, और आगे की जांच जारी है।


              

झगड़ा गलगोटिया विश्वविद्यालय के पास
गलगोटिया विश्वविद्यालय के पास हुई भीषण झड़प, 10 लोग घायल

गलगोटिया विश्वविद्यालय के पास दो पक्षों के बीच हुई भीषण झड़प में 10 लोग घायल हो गए। विवाद का वीडियो भी वायरल हुआ।

Pathak Raj

गलगोटिया विश्वविद्यालय के पास हुई भीषण झड़प 10 लोग घायल
चौकी के सामने लड़ते लोग
पाठकराज

दनकौर। कोतवाली दनकौर क्षेत्र स्थित गलगोटिया विश्वविद्यालय के समीप बुधवार को दो पक्षों के बीच भीषण झड़प हो गई। मामूली विवाद से शुरू हुई कहासुनी ने देखते ही देखते हिंसक रूप ले लिया और दोनों ओर से लाठी-डंडों के साथ हथियार भी चले। इस घटना में करीब 10 लोग घायल हो गए हैं। घटना का एक वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें कई लोग लाठी-डंडों के साथ दिखाई दे रहे हैं। वहीं, एक व्यक्ति के हाथ में रायफल और एक अन्य के पास फरसा भी देखा गया है। झगड़े के दौरान मौके पर मौजूद छात्र-छात्राओं में अफरातफरी मच गई। 

जानकारी के मुताबिक, जगनपुर गांव निवासी विकास और उनके पड़ोसी जितेंद्र बुधवार को घर के पास स्थित एक सैलून पर बाल कटवाने गए थे। पुराने विवाद को लेकर दोनों में कहासुनी हुई, जो जल्द ही मारपीट में बदल गई। इसके बाद दोनों ने अपने-अपने परिजनों को मौके पर बुला लिया। विकास पक्ष के लोग दनकौर कोतवाली पहुंचे तो जितेंद्र पक्ष के लोग जगनपुर पुलिस चौकी पर शिकायत करने गए। शिकायत के बाद दोनों पक्षों का गलगोटिया विश्वविद्यालय के पास आमना-सामना हो गया, और वहां जमकर लाठी-डंडे चले।

 

पुलिस की कार्रवाई

हिंसक झड़प की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर भारी संख्या में पहुंची, लेकिन पुलिस को देखकर कई आरोपी भाग निकले। पुलिस ने घेराबंदी कर कुछ लोगों को हिरासत में लिया है। घटना में घायल लोगों की पहचान विकास, नरेंद्र, शोभित, अजीत, जितेंद्र, लीला, भूपेंद्र, प्रीत, वीरेंद्र और सुमित के रूप में हुई है। सभी घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कोतवाली प्रभारी मुनेंद्र सिंह ने बताया कि अभी तक दोनों पक्षों में से किसी ने भी लिखित शिकायत नहीं दी है। पुलिस वीडियो और प्रत्यक्षदर्शियों के आधार पर अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी है।


बंद पड़ी हैं जाच की मशीने
गाजियाबाद: छह महीनों से बंद पड़ी RTPCR लैब आखिर चार दिन में फिर कैसे होगी शुरू

गाजियाबाद में लंबे समय से बंद पड़ी RTPCR लैब को चार दिनों में दोबारा शुरू करने की घोषणा की गई है, जिससे नागरिकों को राहत मिलने की उम्मीद है।

Pathak Raj

गाजियाबाद छह महीनों से बंद पड़ी rtpcr लैब आखिर चार दिन में फिर कैसे होगी शुरू
प्रतीकात्मक तस्वीर
पाठकराज

गाजियाबाद। कोरोना संक्रमण की रोकथाम और जांच के उद्देश्य से अगस्त 2020 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर जिला एमएमजी अस्पताल में स्थापित की गई आरटीपीसीआर लैब पिछले छह माह से बंद पड़ी है। अब स्वास्थ्य विभाग ने दावा किया है कि आगामी चार दिन में लैब को दोबारा चालू कर दिया जाएगा। लेकिन सवाल यह है कि एक तरफ दिल्ली में कोरोना का नया वैरियेंट जिस तेजी से फैलते जा रहा है ऐसे में स्वास्थ्य विभाग इतना सुस्थ कैसे हो सकता है।

बता दें कि नवंबर 2024 में लैब में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लग गई थी, जिससे कुछ जरूरी उपकरण क्षतिग्रस्त हो गए थे। इसके बाद लैब को जिला एमएमजी अस्पताल से डूंडाहेडा स्थित संयुक्त जिला अस्पताल की पैथालॉजी लैब में स्थानांतरित कर दिया गया था। लेकिन वहां लैब एक दिन भी शुरू नहीं हो सकी, क्योंकि मशीनों के कुछ हिस्से खराब पाए गए। इसके चलते लैब का सारा सामान महीनों तक एक कमरे में बंद पड़ा रहा।

अब लैब को एक बार फिर शिफ्ट कर संजयनगर स्थित संयुक्त जिला अस्पताल की पैथालॉजी लैब में स्थापित किया गया है। सीएमएस डॉ. संजय गुप्ता ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि लैब के संचालन के लिए आवश्यक स्थान सुनिश्चित किया जा रहा है।

सीएमओ डॉ. अखिलेश मोहन ने बताया कि लैब की मशीनों में खराब हुए उपकरण मंगवाए जा चुके हैं और जल्द ही इंजीनियर बुलाकर उन्हें स्थापित किया जाएगा। उनका कहना है कि चार दिन के भीतर लैब को क्रियाशील कर दिया जाएगा और कोरोना जांच शुरू हो जाएगी। लैब में माइक्रोबायोलॉजिस्ट डॉ. सुरभि की तैनाती पहले से ही एनएचएम के तहत की जा चुकी है। लंबे समय से बंद पड़ी इस जांच सुविधा के शुरू होने से आम जनता को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है। अब लोगों को कोरोना जांच के लिए निजी लैब पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।

 


घोड़ों के जरिए शराब तस्करी
अनोखी शराब तस्करी: पुलिस ने दो ‘तस्कर घोड़ों’ को लाखों की अंग्रेज़ी शराब के साथ किया गिरफ्तार

बिहार में शराबबंदी के बावजूद तस्कर घोड़ों का उपयोग कर यूपी से शराब बिहार पहुंचा रहे हैं। पुलिस ने हाल ही में घोड़ों को पकड़ा जो बिना इंसानी मदद के शराब ला रहे थे।

Vikash Rajput

अनोखी शराब तस्करी पुलिस ने दो ‘तस्कर घोड़ों’ को लाखों की अंग्रेज़ी शराब के साथ किया गिरफ्तार

बेतिया। बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बावजूद शराब तस्करी के नए-नए तरीके सामने आ रहे हैं, लेकिन इस बार जो मामला सामने आया है, उसने पुलिस को भी हैरत में डाल दिया। बेतिया जिले के नौतन थाना क्षेत्र में पुलिस ने दो ऐसे घोड़ों को हिरासत में लिया है जो रात के अंधेरे में यूपी बॉर्डर पार कर शराब लेकर बिहार में दाखिल हो रहे थे।

इन घोड़ों की पीठ पर चार कार्टन में करीब 34 लीटर अंग्रेज़ी शराब लदी थी। खास बात यह है कि ये घोड़े बिना किसी इंसान की मदद के शराब लेकर पहुंच रहे थे। पुलिस को शक है कि इन्हें पहले से ट्रेनिंग देकर रास्ता रटा दिया गया था।

 

गंडक दियारा के रास्ते की जाती थी तस्करी

पुलिस के अनुसार, तस्कर गंडक दियारा के बीहड़ी रास्तों का इस्तेमाल कर शराब बिहार पहुंचाते थे। घोड़ों के माध्यम से यह काम बेहद सुनियोजित तरीके से किया जा रहा था, ताकि किसी की नजर न पड़े। घोड़े दिन में सामान्य पशु की तरह गांव में रहते थे और रात में तस्करी के लिए भेजे जाते थे।

 

पुलिस को देखकर भाग निकले तस्कर, कुछ घोड़े नदी पार कर गए

जब पुलिस ने गश्ती के दौरान इन घोड़ों को पकड़ा, तब उनके साथ कोई व्यक्ति मौजूद नहीं था। कुछ अन्य घोड़े नदी पार कर चुके थे और पुलिस की पकड़ से बाहर निकल गए। नौतन के थानाध्यक्ष राजेश कुमार के नेतृत्व में यह कार्रवाई की गई।

 

सीमावर्ती गांवों से घोड़े खरीदे जा रहे हैं

पुलिस सूत्रों की मानें तो यूपी से सटे सीमावर्ती गांवों में घोड़े खरीदे जा रहे हैं और उन्हें तस्करी के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। इन घोड़ों को इलाके की गुप्त पगडंडियों और सुरक्षित रास्तों की ट्रेनिंग दी जाती है, ताकि वो बिना रुकावट शराब पहुंचा सकें।

 

एसपी बोले - निगरानी बढ़ाई गई है

पश्चिमी चंपारण के एसपी डॉ. शौर्य सुमन ने बताया कि पुलिस तस्करी के इस अनोखे तरीके की जांच में जुट गई है। सीमावर्ती इलाकों में शराब तस्करी की गतिविधियों पर सख्त नजर रखी जा रही है और इन घोड़ों के मालिकों की तलाश जारी है।

 

मुख्य बिंदु:

  • यूपी से बिहार तक शराब पहुंचा रहे थे घोड़े

  • पीठ पर लदे थे चार कार्टन विदेशी शराब

  • घोड़ों को दी गई थी रास्तों की ट्रेनिंग

  • कोई तस्कर मौके पर नहीं मिला

  • पुलिस सीमावर्ती गांवों में कर रही है छानबीन

 

बिहार में शराबबंदी के बाद यह पहला मामला नहीं है, जब जानवरों के जरिए तस्करी का खुलासा हुआ हो। इससे पहले भी ड्रोन, एंबुलेंस, और दूध के डिब्बों के जरिए शराब भेजे जाने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। लेकिन घोड़े के जरिए तस्करी का यह तरीका प्रशासन के लिए नई चुनौती बन गया है।